[ad_1]
वॉशिंगटन DC47 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेग्सेथ ने बुधवार को बताया कि कतर सरकार ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए एक बोइंग 747-8 जंबो जेट गिफ्ट में दिया है। इसे एयर फोर्स वन के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा।
3400 करोड़ रुपए की कीमत वाले इस लग्जरी प्लेन को ‘फ्लाइंग पैलेस’ या उड़ता महल कहा जाता है। यह किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति को मिलने वाला अब तक का सबसे महंगा गिफ्ट है।
ट्रम्प को इस प्लेन का इस्तेमाल करने से पहले सिक्योरिटी क्लियरेंस का इंतजार करना होगा, जिसमें 3 से 4 साल लग सकते हैं। ऐसे में मुमकिन है कि ट्रम्प राष्ट्रपति रहते इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएं।
ट्रम्प हाल ही में 14 मई को अपने मिडिल ईस्ट दौरे के दूसरे दिन कतर पहुंचे थे। यहां उन्होंने कतर सरकार के साथ करीब 100 लाख करोड़ रुपए (1.2 ट्रिलियन डॉलर) की डील की थी।
ट्रम्प को मिले बोइंग 747-8 की तस्वीरें…

बोइंग 747-8 जंबो जेट, जिसे “फ्लाइंग पैलेस” भी कहा जाता है, अपनी लग्जरी और उन्नत तकनीक के लिए फेमस है। यह बोइंग 747 सीरीज का लेटेस्ट और सबसे बड़ा वर्जन है।

बोइंग 747-8 को VIP कॉन्फिगरेशन के दौरान 40-100 पैसेंजर्स के लिए लग्जरी सुइट्स में बदला जा सकता है। इसमें मास्टर बेडरूम, कॉन्फ्रेंस रूम, डाइनिंग एरिया, लाउंज और बाथरूम जैसी फैसिलिटी है।

इस प्लेन में चार GEnx-2B टर्बोफैन इंजन हैं। इसके साथ ही आधुनिक ग्लास कॉकपिट और नेविगेशन सिस्टम है। मिसाइल से सुरक्षा के लिए काउंटरमेजर्स के तौर पर इंफ्रारेड जैमर जैसी सुविधाएं हैं।

लाउंज और डाइनिंग एरिया में बड़े डाइनिंग टेबल, हाई-टेक स्क्रीन, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, ब्लू-रे प्लेयर और हाई क्वालिटी ऑडियो सिस्टम है।

यह प्लेन फुल स्पीड में 0.92 मैक (लगभग 1,100 किमी/घंटा) से उड़ सकता है। इसके साथ ही 51 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा कॉमर्शियल प्लेन है।
रिश्वत के तौर पर देखा जा रहा यह लग्जरी प्लेन
ट्रम्प ने 12 मई को व्हाइट हाउस में मीडिया से कहा था कि कतर हमें एक गिफ्ट दे रहा है। अगर हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे तो हम मूर्ख इंसान होंगे।
ट्रम्प का कारोबार मिडिल ईस्ट में फैला हुआ है। हाल ही में उनकी कंपनी ने कतर में एक नए गोल्फ रिसॉर्ट की घोषणा की है, जो कतर सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी के साथ साझेदारी में बन रहा है। ऐसे में इस उपहार को ‘रिश्वत’ या ‘हितों’ के तौर पर देखा जा रहा है।
अमेरिकी संविधान के पारिश्रमिक खंड (एमोल्यूमेंट्स क्लॉज) के मुताबिक सरकारी पद पर बैठा कोई भी इंसान बिना कांग्रेस (संसद) की सहमति के किसी भी राजा या विदेशी राज्य से कोई गिफ्ट या उपाधि नहीं ले सकता है।
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के प्रवक्ता सीन पार्नेल ने कहा कि उनका डिपार्टमेंट इस विमान में सभी जरूरी सुरक्षा उपाय तय करेगा, जिससे राष्ट्रपति इसका सुरक्षित उपयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि यह उपहार सभी सरकारी नियमों के मुताबिक स्वीकार किया गया है।

सरकारी खजाने में जमा होते हैं विदेशी गिफ्ट
- दुनिया भर के ज्यादातर देशों में विदेशी गिफ्ट को सरकारी खजाने में जमा करने का प्रोटोकॉल है।
- अमेरिका और भारत जैसे लोकतांत्रिक देशों में विदेशी गिफ्ट को राज्य की संपत्ति माना जाता है।
- जब तक सरकारी नियमों के तहत छूट न दी जाए नेता और सरकारी अधिकारी इनका निजी इस्तेमाल नहीं कर सकते।
- अमेरिका में 41 हजार रुपए से ज्यादा मूल्य के गिफ्ट को नेशनल आर्काइव में जमा करने का नियम है।
US राष्ट्रपति का आधिकारिक विमान- एयर फोर्स वन कहलाता है
रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रम्प इस विमान को अस्थायी तौर पर एयर फोर्स वन के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल करेंगे। एयर फोर्स वन अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक विमान होता है। फिलहाल ट्रम्प का निजी विमान ‘ट्रम्प फोर्स वन’ एक पुराना 757 जेट है, जो 1990 के दशक का है। इसे 2011 में खरीदा गया था।
कतर का प्लेन अभी के फोर्स वन से कहीं ज्यादा आधुनिक और शानदार है। हालांकि कतर ने अभी इसके बारे में खुलकर कुछ भी नहीं कहा है। सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट में बताया गया था कि ट्रम्प के कार्यकाल के अंत में यह प्लेन प्रेसिडेंट लाइब्रेरी को दान कर दिया जाएगा।

गिफ्ट में मिलने के बाद भी ट्रम्प सिक्योरिटी क्लियरेंस मिलने तक बोइंग 747-8 जंबो जेट विमान का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इसमें कुछ सालों का वक्त लग सकता है।
ट्रम्प अभी जिस प्लेन से उड़ते हैं उसके बारे में जानिए
ट्रम्प फिलहाल बोइंग 747-200B का एयरफोर्स वन के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। बोइंग 747-200B अपनी सुरक्षा, संचार, और कमांड क्षमताओं के कारण दुनिया का सबसे सुरक्षित विमान माना जाता है। यह अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए एक चलते-फिरते ऑफिस की तरह है।
वैसे तो दो बोइंग 747-200B विमान हैं, जिन्हें एक साथ तैयार रखा जाता है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति की सवारी वाला विमान ही एयर फोर्स वन कहलाता है। इस प्लेन की खूबियां जानिए।

बोइंग 747-8 प्लेन को देखने गए थे ट्रम्प
ट्रम्प ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान दो बोइंग 747 को आधुनिक बनाने के लिए एक सौदा किया था, जिसका इस्तेमाल नए एयर फोर्स वन विमान के रूप में किया जाता। लेकिन बोइंग के साथ हुए सौदे में बार-बार देरी के कारण बजट 2 अरब डॉलर (17 हजार करोड़ रुपए) से ज्यादा हो गया है।
बोइंग ने कहा कि प्लेन की डिलीवरी में साल 2027 तक का वक्त लग सकता है। ट्रम्प इससे नाराज हो गए थे। उन्होंने कहा था कि वह विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।
इसके बाद ट्रम्प फरवरी में कतर के 747-8 प्लेन को देखने गए थे। तब यह प्लेन फ्लोरिडा में पाम बीच एयरपोर्ट पर खड़ा था।
इसके बाद ट्रम्प से पूछा गया था कि क्या वो बोइंग की जगह एयरबस का प्लेन खरीदने पर विचार कर रहे हैं। तब उन्होंने कहा था कि नहीं, मैं बोइंग की जगह एयरबस के बारे में नहीं सोच रहा हूं, लेकिन मैं एक इस्तेमाल किया हुआ विमान खरीद सकता हूं और उसमें बदलाव कर सकता हूं।

[ad_2]
Source link