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Belrise IPO Listing: ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स बनाने वाली बेलराइज इंडस्ट्रीज के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 43 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 90 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 98.50 रुपये और NSE पर 98.50 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को करीब 11 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Belrise Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर 103.20 रुपये की ऊंचाई तक जाकर टूट गए। टूटकर BSE पर यह 97.00 रुपये (Belrise Share Price) पर आ गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 7.78 फीसदी मुनाफे में हैं।
Belrise IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
बेलराइज इंडस्ट्रीज का ₹2,150.00 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 21-23 मई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 43.14 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 112.63 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 40.58 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 4.52 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 5 रुपये की फेस वैल्यू वाले 23,88,88,888 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 1618.12 करोड़ रुपये कर्ज चुकाने और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Belrise के बारे में
वर्ष 1988 में बनी बेलराइज इंडस्ट्रीज ऑटोमोटिव शीट मेटल और कास्टिंग पार्ट्स, पॉलीमर कंपोनेंट्स, सस्पेंशन और मिरर सिस्टम्स बनाती है। यह मेटल चेसिस सिस्टम्स, कंपोनेंट्स और एग्जास्ट सिस्टम्स भी बनाती है। इसके ग्राहक बजाज, होंडा, हीरो, जगुआर लैंड रोवर, रॉयल एनफील्ड, वीई कॉमर्शियल वेईकल्स, टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी दिग्गज कंपनियां हैं। जून 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी दुनिया भर के 27 ओईएम (ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स) को सर्विसेज दी है। जून 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसकी देश के 8 राज्यों के 9 शहरों में 15 मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 307.24 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 356.70 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि अगले वित्त वर्ष 2024 में यह हल्का सा फिसलकर 352.70 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू लगातार बढ़ा और सालाना 18 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 7,555.67 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 में इसे 245.47 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 6,064.76 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।
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