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Prostarm IPO: यूपीएस सिस्टम, इंवर्टर सिस्टम, बैट्री पैक्स और वोल्टेज स्टेबलाइजर्स बनाने वाली प्रोस्टार्म इंफो सिस्टम्स का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है। इसके 168 करोड़ रुपये के इस इश्यू के तहत सिर्फ नए शेयर जारी होंगे यानी कि ऑफर फॉल सेल विंडो के तहत कोई भी मौजूदा शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी हल्की नहीं करेगा। आईपीओ खुलने से पहले आठ एंकर निवेशकों से यह 50.4 करोड़ रुपये जुटा चुकी है। ग्रे मार्केट में बात करें तो इसके शेयर 25 रुपये यानी आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से 23.81 फीसदी की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल के आधार पर ही निवेश का फैसला लेना चाहिए।
Prostarm IPO की डिटेल्स
प्रोस्टार्म इंफो सिस्टम्स के ₹168.00 करोड़ के आईपीओ में ₹95-₹105 के प्राइस बैंड और 142 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकते हैं। यह इश्यू आज 27 मई को खुला है और 29 मई को बंद होगा। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित है जबकि 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 30 मई को फाइनल होगा। फिर बीएसई और एनएसई पर 3 जून को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1.60 करोड़ नए शेयर जारी होंगे। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 72.5 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, 17.96 करोड़ रुपये कर्ज चुकाने और बाकी अधिग्रहण और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में खर्च होंगे।
Prostarm Info Systems के बारे में
जनवरी 2008 में बनी प्रोस्टार्म इंफो सिस्टम्स एनर्जी स्टोरेज और पावर कंडीशनिंग इक्विपमेंट जैसे पावर सॉल्यूशन प्रोडक्ट्स बनाकर बेचती है। यह यूपीएस सिस्टम्स, इंवर्टर सिस्टम्स, सोलर हाइब्रिड इंवर्टर सिस्टम्स, लीथियम-ऑयन बैट्री पैक्स और वोल्टेज स्टेबलाइजर्स बनाती है। इसके अलावा यह थर्ड पार्टी बैट्रीज भी बेचती है। यह पुराने यूपीएस सिस्टम्स और बैट्रीज को वापस लेने की भी सर्विसेज मुहैया कराती है। कंपनी ईपीसी बेसिस पर रूफटॉप सोलर पावर प्लांट प्रोजेक्ट्स पर भी काम करती है। यह हेल्थकेयर, एविएशन, रिसर्च, बीएफएसआई, रेलवेज, डिफेंस, सिक्योरिटी, एडुकेशन, रिन्यूएबल एनर्जी, आईटी और ऑयल एंड गैस जैसी कई इंडस्ट्रीज को सर्विसेज देती है।
इसके क्लाइंट्स में एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI), रेलटेल, एनटीपीसी विद्युत व्यापार एंड निगम लिमिटेड, नई दिल्ली का पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट, पटना का सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट, इत्यादि हैं। 17 मई 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक देश के 18 राज्यों और 1 यूनियन टेरिटरी में 21 ब्रांच ऑफिस और 2 स्टोरेज फैसिलिटीज हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2022 में इसे 10.87 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 19.35 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 22.80 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 22 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 259.23 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 में इसे 22.11 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 270.27 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ है। दिसंबर 2024 के आंकड़ों के मुताबिक इस पर 60.37 करोड़ रुपये का कर्ज है।
Prostarm IPO में पैसे लगाने चाहिए?
घरेलू ब्रोकरेज फर्म बजाज ब्रोकिंग ने निवेशकों को लॉन्ग टर्म के लिए इस आईपीओ में पैसे लगाने की सलाह दी है। ब्रोकरेज पर्म का कहना है कि कंपनी लगातार मजबूत हो रही है। इसका बैलेंस शीट काफी मजबूत है, कैश फ्लो बेहतर है और नेटवर्थ पर रिटर्न हेल्दी है। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक यह आईपीओ फुल्ली प्राइस्ड है लेकिन इंटीग्रेटेड पावर सॉल्यूशंस में इसके दबदबे और एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर के बढ़ती मांग के चलते इस आईपीओ में लॉन्ग टर्म के लिए पैसे लगा सकते हैं।
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