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Trump threatens to impose 50% tariffs on European Union | ट्रम्प की यूरोपीय यूनियन पर 50% टैरिफ लगाने की धमकी: 1 जून से लागू होगा; कहा- EU से कोई समझौता नहीं कराना चाहते

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वॉशिंगटन डीसी11 घंटे पहले

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूरोपीय यूनियन के देशों पर 50% टैरिफ लगाने की धमकी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बताया कि यूरोपीय यूनियन से आने वाले सभी प्रोडक्ट्स पर 50% टैरिफ लगेगा, जब तक कि ये प्रोडक्ट्स अमेरिका में नहीं बनाए जाते।

ट्रम्प इसे 1 जून लागू करने का प्लान बना रहे हैं। PTI की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प यूरोपीय यूनियन के साथ ट्रेड डील के आगे न बढ़ने से नाराज है। EU ने आपसी सहमति से सभी टैरिफ को 0 करने का प्रस्ताव रखा है, जबकि ट्रम्प सभी तरह के आयात पर 10% टैरिफ लगाने की बात पर अड़े हैं।

ट्रम्प ने ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बातचीत में साफ किया कि वे EU से कोई समझौता नहीं चाहते। अगर कंपनियां अमेरिका में निवेश करें तो टैरिफ को टाल सकते हैं।

यूरोपीय यूनियन बोला हम धमकियों से डर कर व्यापार नहीं करते

यूरोपीय यूनियन (EU) के बिजनेस हेड मारोस सेफकोविक ने ट्रम्प की धमकी पर कहा कि हम अमेरिका से सम्मान के साथ व्यापार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, न कि धमकियों से डर कर।

सेफकोविक ने कहा- EU और अमेरिका के बीच बहुत बड़ा व्यापार है। इसे आपसी सम्मान से चलना चाहिए, न कि धमकियों से। हम अपने हितों की रक्षा के लिए तैयार हैं।

बता दें कि EU और अमेरिका के बीच 900 अरब डॉलर से ज्यादा का आपसी ट्रेड है। पिछले साल EU ने अमेरिका को 600 अरब डॉलर से ज्यादा का सामान भेजा और 370 अरब डॉलर का सामान खरीदा।

दूसरे देशों से आने वाले स्मार्टफोन पर 25% टैरिफ

यूरोप पर टैरिफ के ऐलान से पहले ट्रम्प ने भारत और दूसरे देशों में बनने वाले आईफोन पर 25% टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी।

ट्रम्प ने कहा कि

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मैंने पहले ही Apple के टिम कुक को बता दिया था कि अमेरिका में बिकने वाले iPhones अमेरिका में ही बनाए जाने चाहिए। भारत या कहीं और नहीं। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो Apple को अमेरिका को कम से कम 25% टैरिफ देना होगा।

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बाद में ट्रम्प ने साफ किया कि विदेशों में बने सभी स्मार्टफोन पर टैरिफ लगेगा और यह जून के अंत तक लागू हो सकता है।

ट्रम्प नहीं चाहते कि एपल के प्रोडक्ट भारत में बनें

डोनाल्ड ट्रम्प नहीं चाहते कि एपल के प्रोडक्ट भारत में बने। पिछले हफ्ते ट्रम्प ने कंपनी के CEO टिम कुक से कहा था कि भारत में फैक्ट्रियां लगाने की जरूरत नहीं है। इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है।

एपल CEO के साथ हुई इस बातचीत की जानकारी ट्रम्प ने गुरुवार (15 मई) को कतर की राजधानी दोहा में बिजनेस लीडर्स के साथ कार्यक्रम में दी। उन्होंने कहा था कि एपल को अब अमेरिका में प्रोडक्शन बढ़ाना होगा।

इसके बावजूद एपल की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन ने भारत में 1.49 बिलियन डॉलर (करीब ₹12,700 करोड़) का निवेश किया है। फॉक्सकॉन ने अपने सिंगापुर यूनिट के जरिए बीते 5 दिन में तमिलनाडु के युजहान टेक्नोलॉजी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड में यह निवेश किया है।

2026 तक देश में सालाना 6 करोड़+ आईफोन बनेंगे

  • फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए एपल काफी समय से अपनी सप्लाई चेन को वहां से बाहर शिफ्ट करने पर काम कर रही है।
  • एपल अगर अपनी असेंबलिंग भारत की ओर इस साल के आखिर तक शिफ्ट कर लेती है, तो 2026 से यहां सालाना 6 करोड़ से ज्यादा आईफोन का प्रोडक्शन होगा। ये मौजूदा कैपेसिटी से दोगुना है।
  • आईफोन के मैन्युफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा है। IDC के अनुसार, 2024 में कंपनी के ग्लोबल आईफोन शिपमेंट में इसका हिस्सा लगभग 28% था।

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