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Aegis Vopak Terminals IPO का प्राइस बैंड फिक्स, ऐसी है कारोबारी सेहत – aegis vopak terminals sets ipo price band check gmp grey market activity financials

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Aegis Vopak Terminals IPO: गैस और लिक्विड प्रोडक्ट्स के स्टोरेज का काम संभालने वाली ऐगिस वोपाक टर्मिनल्स के आईपीओ का प्राइस बैंड फिक्स हो चुका है। इश्यू खुलने पर निवेशक इसमें ₹223-₹235 के प्राइस बैंड में पैसे लगा सकेंगे। सब्सक्रिप्शन के लिए यह इश्यू 26 मई को खुलेगा। एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू 23 मई को खुलेगा। इसके आईपीओ के तहत सिर्फ नए शेयर जारी होंगे यानी कि ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत कंपनी का कोई भी प्रमोटरस और शेयरहोल्डर अपनी हिस्सेदारी हल्की नहीं करेगा। आईपीओ की सफलता के बाद शेयरों की बीएसई और एनएसई पर एंट्री होगी। खास बात ये है कि पहले इसका आईपीओ 3500 करोड़ रुपये का था, अब इसे घटाकर 2800 करोड़ रुपये किया गया है।

Aegis Vopak Terminals IPO की डिटेल्स

ऐगिस वोपाक टर्मिनल्स का ₹2,800.00 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 26-28 मई के बीच खुला रहेगा। इसके आईपीओ में ₹223-₹235 के प्राइस बैंड में पैसे लगा सकेंगे। इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स और 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित रहेगा। आईपीओ के तहत शेयरों के अलॉटमेंट का दिन अभी 29 मई और BSE और NSE पर एंट्री के लिए 2 जून फिक्स किया गया है। इश्यू का रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम है। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले नए शेयर जारी होंगे। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कर्ज चुकाने, मंगलुरु पर क्रायोजेनिक एलपीजी टर्मिनल को कॉन्ट्रैक्ट पर लेने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।

Aegis Vopak Terminals की डिटेल्स

वर्ष 2013 में बनी ऐगिस वोपाक टर्मिनल्स लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस (LPG) समेत अन्य लिक्विड प्रोडक्ट्स के स्टोरेज टर्मिनल्स का काम संभालती है। यह पेट्रोलियम, वेजिटेबल ऑयल, लुब्रिकेंट्स, केमिकल्स के साथ-साथ प्रोपेन और ब्यूटेन जैसे गैसेज के सुरक्षित स्टोरेज और इससे जुड़ी इंफ्रा सर्विसेज मुहैया कराती है। जून 2024 तक के आंकड़ो के मुताबिक लिक्विडी प्रोडक्ट्स के लिए इसकी स्टोरेज कैपेसिटी करीब 15 लाख क्यूबिक मीटर है जबकि एलपीजी के लिए 70,800 टन। इसके दो एलपीजी स्टोरेज टर्मिनल और 16 लिक्विड स्टोरेज टर्मिनल देश के पांच अहम बंदरगाहों- हल्दिया टर्मिनल (पश्चिम बंगाल), कोचि टर्मिनल (केरल), मंगलुरु टर्मिनल (कर्नाटक), पिपवाव टर्मिनल (गुजरात) और कांडला टर्मिनल (गुजरात) पर हैं।

कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में इसे 8 लाख रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2024 में यह 86.54 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे में आ गई। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 60.15 फीसदी बढ़कर 570.12 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 25.78 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 156.37 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है। जून 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक इस पर 2584.18 करोड़ रुपये का कर्ज है।

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डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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