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IPO News: बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के आंकड़ों के मुताबिक इस साल अब तक 75 से अधिक आईपीओ डॉक्यूमेंट्स फाइल हो चुके हैं। अब मर्चेंट बैंकर्स का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में 150-200 आईपीओ ड्राफ्ट और फाइल हो सकते हैं। मर्चेंट बैंकर्स की इंडस्ट्री बॉडी एसोसिएशन ऑफ इंवेस्टमेंट बैंकर्स ऑफ इंडिया (AIBI) के चेयरमैन महावीर लुनावत का कहना है कि कुछ समय के सतर्क रुझान के बाद अब आईपीओ मार्केट में रौनक दिख सकती है और अगले पांच महीने में आईपीओ के करीब 200 ड्राफ्ट फाइल हो सकते हैं। महावीर के मुताबिक प्रमोटर के बढ़ते भरोसे, घरेलू स्तर पर लिक्विडिटी की गहराई और बेहतर आर्थिक माहौल को दिखाता है।
किस सेक्टर की कंपनियों के अधिक आईपीओ की है उम्मीद?
महावीर के मुताबिक टेक, रिन्यूएबल्स, इंजीनियरिंग, फार्मा, मैन्युफैक्चरिंग और कंज्यूमर सर्विसेज आईपीओ के ड्राफ्ट फाइल करने के मामले में आगे रह सकती हैं क्योंकि कंपनियां पब्लिक मार्केट की तरफ से मुहैया कराए जाने वाले लिक्विडिटी और वैल्यूएशन का फायदा उठाना चाहती है। महावीर के मुताबिक अगर यह रुझान आगे भी जारी रहा तो यह हाल के वर्षों में सबसे सक्रिय आईपीओ फेज हो सकता है।
एक्सिस कैपिटल में फाइनेंशियल स्पांसर्स ग्रुप के को-हेड और हेड (इक्विटी कैपिटल मार्केट्स) और एमडी प्रतीक लूंकेर (Pratik Loonker) आईपीओ मार्केट को लेकर काफी बुलिश हैं। प्रतीक के मुताबिक आईपीओ के कई ड्राफ्ट दाखिल होने के लिए तैयार हैं। सभी इन्वेस्टमेंट बैंकर्स के पास इससे जुड़ा काफी काम है। प्रतीक के मुताबिक अगर किसी साल की शुरुआत स्थिर रहती है तो दूसरी छमाही में काफी हलचल हो सकती है। उनका मानना है कि आईपीओ के लिए यह काफी बेहतर समय है।
इस साल अब तक कैसा रहा है आईपीओ मार्केट?
फाइलिंग्स के हिसाब से इस साल का सबसे अच्छा महीना जनवरी रहा, जब 25 से अधिक कंपनियों ने आईपीओ का ड्राफ्ट फाइल किया था। इसके बाद फरवरी में 13 कंपनियों ने और मार्च में 10 कंपनियों ने आईपीओ का ड्राफ्ट फाइल किया। इसके बाद जब अप्रैल में सेंसेक्स-निफ्टी में रिकवरी हुई तो आईपीओ मार्केट में भी बहार दिखी और करीब 20 कंपनियों ने आईपीओ का ड्राफ्ट फाइल किया। मई में केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी और केनरा रोबेको एसेट मैनेजमेंट कंपनी समेत अब तक आधा दर्जन से ज़्यादा कंपनियों ने अपने आईपीओ डॉक्यूमेंट्स दाखिल किए हैं।
इसके अलावा प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक पहले से ही करीब 70 कंपनियां जिन्हें अपने-अपने आईपीओ के लिए सेबी की मंजूरी मिल गई है, वे जल्द ही मार्केट में आ सकती हैं। आईपीओ के जरिए फंड जुटाने के मामले में पिछले साल रिकॉर्ड बना था जब 91 कंपनियों ने टोटल करीब 1.60 लाख करोड़ रुपये के आईपीओ पेश किए थे। इस साल अप्रैल तक 10 कंपनियों ने मेन बोर्ड पब्लिक इश्यू के जरिए 18,704 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
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