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Accretion Pharma IPO Listing: ₹101 का शेयर लिस्ट होते ही अपर सर्किट पर, फिर भी आईपीओ निवेशक भारी घाटे में – accretion pharma ipo listing shares debut over 21 percent discount accretion pharma share price slips

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Accretion Pharma IPO Listing: फार्मा कंपनी एक्रेशन फार्मा के शेयरों की आज NSE SEM पर भारी डिस्काउंट पर एंट्री हुई। लिस्टिंग के बाद अपर सर्किट लगा लेकिन आईपीओ निवेशक अब भी भारी घाटे में हैं। इसके आईपीओ को ओवरऑल 7 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 101 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 79.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर उनकी पूंजी 21.78 फीसदी घट गई। लिस्टिंग के बाद शेयर ऊपर चढ़े। उछलकर यह 82.95 रुपये (Accretion Pharma Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया लेकिन आईपीओ निवेशक अब 17.87 फीसदी घाटे में हैं।

Accretion Pharma IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च

एक्रेशन फार्मा का ₹29.75 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 12-16 मई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 7.67 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 12.14 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 4.28 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 10.54 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 29.46 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 2.70 करोड़ रुपये नए इक्विपमेंट, मशीनरी इत्यादि खरीदने, 4.66 करोड़ रुपये मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी को अपग्रेड करने, 99.2 लाख रुपये कर्ज चुकाने, 14.68 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।

Accretion Pharma के बारे में

वर्ष 2012 में बनी एक्रेशन फार्मा टैबलेट्स, कैप्सूल और अन्य हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स बनाती है। यह कॉन्ट्रैक्ट पर भी मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज मुहैया कराती है। इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट गुजरात में है लेकिन इसका कारोबार भारत के बाहर 20 से अधिक देशों में भी फैला हुआ है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 8 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में हल्का-सा बढ़कर 10 लाख रुपये लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2024 में यह 3.88 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 22 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 33.94 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 में इसे 5.24 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 35.75 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।

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