[ad_1]
नई दिल्ली/हिसार17 मिनट पहलेलेखक: एम. रियाज हाशमी
- कॉपी लिंक

पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से सोमवार को NIA, जम्मू-कश्मीर पुलिस और इंटेलिजेंस टीम ने पूछताछ की। उससे आतंकी संपर्कों को लेकर सवाल-जवाब किए गए।
इस पूछताछ के दौरान उसके स्मार्टफोन और लैपटॉप की डिजिटल फोरेंसिक जांच की गई। उसके क्लाउड स्टोरेज में बीएसएफ मूवमेंट, रडार लोकेशन और हाई सिक्योरिटी जोन दिखाने वाले कई वीडियो मिले।
वहीं, उसके कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स से पता चला कि ज्योति एक अंतरराष्ट्रीय नंबर और दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के लगातार संपर्क में थी। इसके साथ ही वह भारत से निष्कासित पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मी दानिश से जुड़े फेक प्रोफाइल्स के साथ चैट और ग्रुप में जुड़ी थी।
उसके वीडियो के मेटा डेटा दिखाते हैं कि कई रिकॉर्डिंग पाक की उन जगहों पर हुईं, जहां आम लोग नहीं जा सकते। ये भी पता चला कि ज्योति के जीमेल अकाउंट में पाकिस्तानी आईपी से कई बार लॉग इन हुआ।
कई महीनों से खुफिया एजेंसियों के रडार पर थी ज्योति
हाई रैंकिंग खुफिया सूत्रों के मुताबिक, संदिग्ध यात्राएं, विदेशी संपर्क और यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुए संवेदनशील वीडियो के चलते ज्योति कई महीने से खुफिया एजेंसियों के रडार पर थी।
डिजिटल फॉरेंसिक जांच में उसकी विदेश यात्राओं के साथ-साथ पठानकोट, नाथू ला पास और अरुणाचल के सीमावर्ती क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों के प्रमाण मिले।
ज्योति के स्मार्टफोन और लैपटॉप की लोकेशन हिस्ट्री, फोटो मेटाडेटा और क्लाउड स्टोरेज ने रणनीतिक और सीमाई क्षेत्रों में वीडियो रिकॉर्डिंग की ओर एजेंसियों का ध्यान खींचा।
ज्योति ने पूछताछ में क्या बताया, इस पर अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। उसका इंस्टाग्राम अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है। वह जून 2023, नवंबर 2023 और अप्रैल 2024 में पाकिस्तान गई थी।
वहीं, ज्योति की ट्रेवल ब्लॉग पार्टनर ओडिशा की प्रियंका सेनापति ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अगर पता होता कि वह दुश्मन देश की जासूस है, तो संपर्क नहीं करती।
संवेदनशील व बॉर्डर एरिया के पास वीडियो बनाई
ज्योति ने पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश के अलावा पाकिस्तान व चीन से लगते संवेदनशील बॉर्डर एरिया के वीडियो भी सोशल मीडिया पर अपलोड किए थे। उसने राजस्थान के थार में बॉर्डर के पास एक गांव में वीडियो बनाई थी। यहां महिलाओं से पूछा था कि पाक कितना दूर है।
पुलिस रविवार देर रात ज्योति काे उसके घर ले गई। वह चार-पांच जोड़ी कपड़े लेकर गई। इस दौरान, मेज पर रखी नोट बुक में लिखकर गई, मैं जल्दी आ जाऊंगी। ज्योति जब भारतीय जत्थे के साथ गुरुद्वारे में पाक गई ताे ISI और दानिश के कहने पर सूचनाएं लीक की गई। उसके मोबाइल में पाकिस्तानी ऑफिसर के साथ चैट मिली है। उसने वाघा बॉर्डर पार करते हुए बताया था कि यहां किस-किस को प्रोटोकाॅल मिला।
तीन राज्यों से दो हफ्ते में ही 12 जासूस गिरफ्तार हो चुके
ऑपरेशन सिंदूर के बाद दो हफ्ते के दौरान पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से 12 लोग पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़े गए हैं। इनमें से 6 पंजाब, 5 हरियाणा और 1 उत्तरप्रदेश से पकड़ा गया। पंजाब के गुरदासपुर से दो लोगों की गिरफ्तारी की सूचना सोमवार को आई। आरोपी सुखप्रीत सिंह और करणबीर सिंह 15 मई को पकड़े गए थे।
डीआईजी बॉर्डर रेंज सतिन्दर सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ये दोनों पंजाब के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश गए। 1 लाख रु. के बदले यहां की सूचनाएं पाक पहुंचाईं। इनसे जब्त 3 मोबाइल, 8 कारतूस और पाकिस्तान में संपर्क का टेक्निकल सामान फोरेंसिक लैब में भेजा गया। जांच में पुष्टि हुई कि ये लोग आईएसआई को खुफिया जानकारी भेज रहे थे।
वहीं, हैदराबाद में धमाकों की साजिश के आरोप में दो युवकों सिराज उर रहमान और सैयद समीर को पकड़ा गया। रहमान के कब्जे से अमोनिया, सल्फर और एल्युमिनियम पाउडर मिले हैं। उधर, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि राज्य में 71 लोगों को राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में गिरफ्तार किया गया है।

‘हाई रिस्क’ वाले देशों की यात्रा करने वालों पर रहती है नजर
पाकिस्तान, चीन, अफगानिस्तान, ईरान या उत्तर कोरिया जैसे हाई रिस्क देशों में जाने वाले नागरिकों की गतिविधियों पर एक संगठित और समन्वित तंत्र नजर रखता है। यह कई स्तरों पर होता है… 1. वीसा मंजूरी: पाक के लिए ‘नॉर्मल वीसा क्लीयरेंस’ नहीं है। विदेश मंत्रालय की पड़ताल के बाद विशेष मामलों में ही मंजूरी मिलती है। एनओसी और पॉलिटिकल क्लीयरेंस भी होता है। 2. खुफिया जांच: आईबी और रॉ हाई-रिस्क डेस्टिनेशंस पर जाने वालों की जांच करती हैं। संदिग्ध पर नजर रखी जा सकती है। 3. इमिग्रेशन अलर्ट: ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन हर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यात्रियों की ट्रेवल हिस्ट्री ट्रैक करता है। संदिग्धों का नाम लुक आउट सर्कुलर में डाल हर यात्रा पर नजर रखी जाती है। यात्रा से रोका भी जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक पत्रकार, यूट्यूबर्स, फिल्म निर्माता, तीर्थयात्री (विशेषकर करतारपुर या सूफी दरगाह के लिए), पूर्व/वर्तमान सैन्यकर्मी या उनके परिजन, एनजीओ और थिंक टैंक से जुड़े लोगों की भी जरूरत पड़ने पर राष्ट्रहित में खास निगरानी की जा सकती है।
नूंह में अरेस्ट आरोपी बोला- सिरसा एयरबेस के वीडियो बनाने थे
नूंह| जासूसी के आरोप में हरियाणा के नूंह से मोहम्मद तारिफ पकड़ा गया। तावड़ू थाने में तारिफ के साथ ही पाक उच्चायोग के आसिफ बलोच और जफर पर भी केस दर्ज किया गया। वीडियो में तारिफ ने कबूला कि वह तीन बार पाकिस्तान गया और वहां के अधिकारियों से संपर्क में रहा।
2018 में वीसा के लिए पाकिस्तान उच्चायोग गया। एक अधिकारी ने दो सिम कार्ड के बदले वीसा दिया। लौटने के बाद उसी ने दूसरों को वीसा के बदले पैसों का प्रस्ताव दिया। 2024 में जफर से मिला। उसने भी सिम मांगे। लाखों रुपए का लालच दे उसे सिरसा एयरबेस की तस्वीरें और वीडियो भेजने को कहा गया था। तारिफ के दो मोबाइल में पाकिस्तानी नंबरों से चैट मिली है।
[ad_2]
Source link