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इस्लामाबाद19 मिनट पहले
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फाइल फोट
पाकिस्तान और भारत ने आपसी सहमति से अपनी सेनाओं को LoC और इंटरनेशनल बॉर्डर पर 7 मई यानी संघर्ष शुरू होने से पहले की पोजिशन पर तैनात करने का फैसला किया है।
जियो न्यूज ने यह रिपोर्ट पाकिस्तानी मिलिट्री अधिकारियों के हवाले से दी है। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों देशों की मिलिट्री लीडरशिप, खासकर डायरेक्टर्स जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) इस वापसी के लिए आपस में तालमेल कर रहे हैं।
यह कदम तनाव को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पाकिस्तानी आर्मी के एक सीनियर अधिकारी ने मीडिया को बताया कि यह फैसला अमेरिका समेत कई देशों की डिप्लोमेटिक कोशिशों से मुमकिन हुआ।
हालांकि भारत और पाकिस्तान की तरफ से किसी ने भी इस पर आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
आज चीन विदेश मंत्री से मिलेंगे पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार
पाकिस्तान के विदेश मंत्री और डिप्टी पीएम इशाक डार कल 3 दिन के चीन दौरे पर रवाना हुए। वे आज चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ भारत-पाक संघर्ष और क्षेत्रीय हालात पर बातचीत करेंगे।
इससे पहले डार ने शनिवार एक मीडिया चैनल से कहा कि दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम कायम है और तनाव कम करने की दिशा में काम हो रहा है। उन्होंने कहा- एक रोडमैप तैयार है और हम उसे फॉलो कर रहे हैं। अगला कदम बातचीत है और हम इसके लिए तैयार हैं।

पाकिस्तान ने शाहीन मिसाइल के इस्तेमाल से इनकार किया
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तानी सेना ने ऑपरेशन बनयानुन मार्सूस के दौरान शाहीन मिसाइल का इस्तेमाल नहीं किया।
उन्होंने कहा कि इस मिसाइल के इस्तेमाल को लेकर भारतीय मीडिया की तरफ से किए जा रहे दावे झूठे और बेबुनियाद हैं। बात दें शाहीन मिसाइल परमाणु और पारंपरिक हथियार ले जाने में सक्षम है।
पाकिस्तान ने कहा कि बिना जांच के भड़काऊ और गलत खबरें फैलाना क्षेत्रीय स्थिरता को नुकसान पहुंचाता है और यह आधिकारिक संस्थानों की पेशेवर छवि को भी कमजोर करता है।
इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने 12 मई 2025 को जारी अपने बयान में बताया था कि उसने भारतीय सेना के खिलाफ ऑपरेशन में फतह सीरीज (F1 और F2) की लंबी दूरी की मिसाइलों, लंबी दूरी के ड्रोन और तोपों का इस्तेमाल किया था।

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