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Stock Crash: बाजार खुलते ही शेयर 20% धड़ाम, लगा लोअर सर्किट, कंपनी के हाथ से निकला PAN 2.0 प्रोजक्ट – protean egov share price crashes 20 percent to hit lower after not being shortlisted for income tax pan 2 0 project

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Protean eGov shares: ई-गवर्नेंस सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली कंपनी, प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज के शेयर आज 19 मई को बाजार खुलते ही क्रैश हो गए। कंपनी के शेयरों का भाव 20% टूट गया और इसने अपनी लोअर सर्किट सीमा को छू लिया। यह गिरावट इस खबर के बाद आई कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने PAN 2.0 प्रोजेक्ट को डिजाइन और डेवलप करने के लिए जिन कंपनियों को शॉर्टलिस्ट किया है, उनमें प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज का नाम नहीं है।

प्रोटीन ईगॉव ने शेयरबाजारों को भेजी एक सूचना में बताया, “हमें इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से सूचित किया गया है कि RFP चयन प्रक्रिया के अगले दौर के लिए हमारे पक्ष में विचार नहीं किया गया है।” कंपनी ने इस प्रोजेक्ट के लिए RFP बोली प्रक्रिया में भाग लिया था। यह प्रोजेक्ट इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में PAN सिस्टम्स के डिजाइन, डेवलपमेंट, इंप्लीमेंटेशन, ऑपरेशंस और मेंटीनेंस जैसे टेक्नोलॉजी सुधार के लिए था।

मैनेजमेंट ने कहा कि इस फैसले का उसके मौजूदा सेवाओं पर सीमित असर दिखाई देता है। कंपनी के बयान में कहा गया है, “फिलहाल, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के साथ मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट के तहत हमारी चल रही पैन प्रोसेसिंग और जारी करने की सेवाओं पर इसका सीमित या न्यूनतम असर दिखाई देता है।”

वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही तक के आंकड़ों के मुताबिक, प्रोटीन ईगॉव के रेवेन्यू में पैन सेवाओं का हिस्सा 61% था। वहीं PAN जारी करने में इसकी 64% बाजार हिस्सेदारी है। जारी किए गए पैन कार्ड की बढ़ती संख्या के कारण, वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2024 के बीच इस सेगमेंट का राजस्व 33% बढ़ा।

वित्त वर्ष 24 के दौरान, आधार-पैन लिंक कराने की समयसीमा और उस साल शुरू की गई कुछ बड़ी योजनाओं के चलते, प्रोटीन की ओर से जारी किए PAN सेवाओं में भारी उछाल देखने को मिली थी। मैनेजमेंट ने जनवरी में कहा था कि उन्हें अपने बिजनेस में ‘काफी गुंजाइश’ दिखाई देती है क्योंकि भारत में पैन कार्ड की पहुंच अभी भी 40% से कम है।

प्रोटीन ने जनवरी में घोषणा की थी कि उनकी नई PAN 2.0 प्रोजेक्ट का उद्देश्य उस IT स्टैक में सुधार करना है, जिस पर PAN कार्ड जारी किया जाता है। कंपनी ने कहा कि “हम सब्सक्राइबर्स या आवेदकों के डेटा को इकठ्ठा करने के एजेंसी के रूप में काम करते हैं और इसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भेजते हैं, जबकि PAN नंबर जारी करने और डुप्लिकेशन जैसी प्रक्रिया IT स्टैक पर आधारित है। तो, मूल उद्देश्य IT स्टैक को नवीनीकरण करना है। इसके साथ ही, वे इस पर 360 डिग्री नजरिए से विचार कर रहे हैं ताकि यह देखा जा सके कि आवेदन करने का नया तरीका और स्ट्रीमलाइन प्रक्रिया क्या हो सकती है। यही वास्तव में नया स्टैक है।”

कंपनी ने दिसंबर में अपनी अर्निंग कॉल के दौरान इस परियोजना का रेवेन्यू पर पड़ने वाले असर के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी थी, खासकर अगर PAN 2.0 के लिए बोली असफल होती है। कंपनी ने कहा, “डिस्ट्रीब्यूशन सेवाएं कैसे काम करेंगी, और नागरिक सेवाएं अंतिम स्तर पर कैसे काम करेंगी, इसके बारे में कुछ वर्कअराउंड सॉल्यूशंस निकाले जाएंगे।” उन्होंने आगे कहा, “इसका कोई संशोधित रेवेन्यू मॉडल या कारोबारी मॉडल अभी स्पष्ट रूप से पेश करना कठिन है। हमें इस प्रोजेक्ट के लागू किए जाने के दौरान और अधिक स्पष्टता देखने को मिलेगी।”

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