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शेयर बाजार इन 4 कारणों से क्रैश, सेंसेक्स 898 अंक टूटा, अमेरिका ने दी निवेशकों को नई टेंशन – why share market fall today 21 may 4 big reason sensex tanks 869 points nifty slips below 24600

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Share Market Fall: भारतीय शेयर बाजारों में आज 22 मई को तेज गिरावट देखने को मिली। ग्लोबल बाजारों में बिकवाली और अमेरिका में बढ़ते फिस्कल डेफिसिट को लेकर चिंताओं ने निवेशकों की धारणा को कमजोर किया। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 898 अंकों तक गिरकर 80,697.77 के निचले स्तर तक पहुंच गया। वहीं, निफ्टी 271 अंक गिरकर 24,541.60 पर आ गया। हालांकि सुबह 10:30 बजे तक दोनों इंडेक्स ने कुछ हद तक रिकवरी की, लेकिन सेंसेक्स अभी भी 723 अंक नीचे 80,873.10 पर और निफ्टी 220 अंक की गिरावट के साथ 24,592.55 पर कारोबार करता नजर आया।

यह गिरावट चौतरफा रही। NSE के सभी 13 मुख्य सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी दबाव रहा। पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा, HCL टेक, नेस्ले इंडिया और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर टॉप लूजर्स में शामिल रहें।

शेयर बाजार में आज की इस गिरावट के पीछे 4 मुख्य कारण रहे-

1. अमेरिका की वित्तीय स्थिति और बॉन्ड यील्ड में उछाल

शेयर बाजार में आज की गिरावट के पीछे सबसे बड़ी वजह अमेरिका की बिगड़ती वित्तीय सेहत को लेकर बढ़ती चिंता रही। अमेरिकी सरकार एक नए बजट पर काम कर रही है, जिसमें टैक्स में कटौती का प्रस्ताव शामिल हैं। मार्केट एनालिस्ट्स को डर है कि इस प्रस्ताव से अमेरिका का फेडरल घाटा और बढ़ सकता है। पिछले सप्ताह ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी अमेरिका के डेट आउटलुक की रेटिंग घटाई थी, जिससे निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ है।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट वीके विजयकुमार ने कहा, “सबसे बड़ा मुद्दा अमेरिका का भारी भरकम फिस्कल डेफिसिट है, जो अब अस्थिर होता जा रहा है। 5-साल, 10 साल और 30-साल के बॉन्ड यील्ड में उछाल निवेशकों के घटते भरोसे को दिखाता है। इसका असर भारत जैसे उभरते बाजारों पर भी पड़ रहा है।”

2. कमजोर ग्लोबल संकेत

अमेरिका की वॉल स्ट्रीट में बिकवाली का असर एशियाई बाजारों में भी दिखा। जापान के Nikkei 225 इंडेक्स, साउथ कोरिया के Kospi इंडेक्स और हांगकांग के Hang Seng इंडेक्स, सभी में 1% से ज्यादा की गिरावट रही। मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे ने बताया, “बुधवार को थोड़ी रिकवरी के बाद शेयर बाजार दोबारा दबाव में है। अमेरिका का कर्ज संकट, कई इलाकों में कोविड मामलों में बढ़ोतरी और टेक्निकल इंडीकेटर्स बिकवाली की तरफ इशारा कर रहे हैं।”

3. आईटी शेयरों में भारी गिरावट

अमेरिका में आर्थिक अनिश्चितता का असर भारतीय आईटी कंपनियों की कमाई पर भी पड़ सकता है, जिससे इस सेक्टर में आज दबाव देखा गया। निफ्टी आईटी इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। Tech Mahindra का शेयर 2% से अधिक गिरकर ₹1,564.70 पर पहुंच गया। परसिस्टेंट सिस्टम्स, HCL टेक और एमफैसिस में भी 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई।

4. India VIX में उछाल

निवेशकों की घबराहट का संकेत देने वाले India वोलेटैलिटी इंडेक्स में गुरुवार को उछाल देखा गया। शुरुआती कारोबार में India VIX में 2.8% की तेजी दर्ज की गई और यह 18.04 तक पहुंच गया। हालांकि बाद में यह 17.54 तक ठंडा हुआ। VIX का बढ़ना यह बताता है कि बाजार में अनिश्चितता बढ़ रही है और निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं।

टेक्निकल एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?

जियोजित के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने बताया कि निफ्टी की हालिया रिकवरी ज्यादा टिक नहीं सकी है और यह अभी भी कंसोलिडेशन फेज में बना हुआ है। उन्होंने कहा, “निफ्टी बुधवार को ऊपरी स्तर को पार करने में असफल रहा और उसे रोकने वाले रेजेक्शन ट्रेड्स के कारण चार्ट पर एक ‘ग्रीन हैमर कैंडल’ बना है। इससे संकेत मिलता है कि बाजार अभी भी संतुलन में है। Nifty 500 के 80% शेयर अभी भी अपने 10-दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज से ऊपर हैं, जिससे नियर टर्म में रिकवरी की उम्मीद बनी हुई है।”

उन्होंने अनुमान जताया कि निफ्टी निकट भविष्य में 24,677 से 24,950 के दायरे में कंसॉलिडेट हो सकता है, जबकि 24,060 से 25,235 के व्यापक रेज में कारोबार भी संभव है।

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